Saturday, July 12, 2008

एक बार तुम भी..............!!!!






एक रात अचानक... नींद से उठो तुम...



याद आये तुम्हें मेरी....



हर तरफ़ मुझे ढूंढो तुम...



ना खुद का... ना वक्त का होश हो तुम्हें...



मैं तुम्हारी नहीं... ये भी भूल जाओ तुम...



बस मेरी ही मेरी तड़प...



बस मेरी ही मेरी याद...



और बेचैन रहो तुम.... तुम पुकारो मुझे..



और मेरी सदा ना मिले...



बेबसी में जलो तुम...



बहुत तड़पाया है... तुम्हारी याद ने मुझे हर पल...



बिन जान जीती हूं हर पल....



बिना दिल धड़कन चलती है.....



चाहती हूं बस एक बार..... कुछ ऐसा ही.....



महसूस करो तुम....



एक बार मेरी जान... मुझे जियो तुम....!!!!!